शरीर की अन्य समस्याओं की तरह सेक्स समस्याएं भी बहुत आम हैं। इन्हें छिपाने के बजाय इनका समाधान ढूंढ़ना चाहिए क्योंकि उचित सलाह एवं चिकित्सा के अभाव में व्यक्ति हीनभावना और डिप्रेशन का भी शिकार हो सकता है। सेक्सुअल समस्याओं के बारे में कैसे बात करें, सेक्सुअल समस्याओं का निदान, सेक्स से जुड़ी सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के उपाय और विभिन्न तरीकों के बारे में यहां विस्तार से जानिये। पुरुष के लिंग में उत्तेजना न आना, उत्तेजना आकर शीघ्र ही खत्म हो जाना, उत्तेजना आते ही वीर्य निकल जाना आदि पुरूषों में आम सेक्स समस्याएं हैं। महिलाओं को सबसे अधिक शिकायत यौनेच्छा की कमी होती है। कई महिलाओं की सेक्स करने में बिल्कुल भी रूचि नहीं होती, यानी उनकी सेक्स भावना बिल्कुल खत्म हो चुकी होती है जो कि एक गंभीर सेक्स समस्या है। सेक्स के दौरान समस्या आने पर बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से या फिर सेक्स काउंसलर से कंसल्ट करें।
हस्तमैथुन करनेवाला व्यक्ति कामुक, उतावला, धैर्यहीन तथा जल्दबाज हो जाता है। इसलिए वह संभोग के समय धैर्य नहीं रख पाता और उसका वीर्यपात शीघ्र हो जाता है शीघ्रपतन का सबसे प्रमुख कारण पुरुष की मनोवृत्ति या आदत है। इसके अलावा यदि व्यक्ति हस्तमैथुन का आदी रहा हो तो भी वह शीघ्रपतन से पीड़ित हो जाता है। थकान व कमजोरी तथा किसी रोग से ग्रस्त होने या आत्मविश्वास की कमी के कारण भी शीघ्रपतन हो जाता है। आज हमारे देश में आधे से ज्यादा पुरुष इस रोग से ग्रस्त हैं। इस रोग के कारण आज बहुत से परिवार टूटने की कगार पर हैं। एक शोध से यह पता चलता है कि एक स्त्री को संभोग क्रिया की चरम सीमा पर ले जाने के लिए कम से कम 60 से 100 स्ट्रोकों की जरूरत पड़ती है। इसलिए अगर कोई लड़का इतने स्ट्रोक लगाकर लड़की को चरम तक नहीं पहुंचा सकता तो वह शीघ्रपतन के रोग से ग्रस्त हो सकता
शीघ्रपतन का शिकार होने पर सहवास के समय वीर्यपात शीघ्र हो जाता है, और स्त्री संतुष्ट नहीं हो पाती। नपुंसकता का सबसे प्रमुख लक्षण उत्तेजना के क्षणों में भी जननेन्द्रिय उत्तेजित न होना अथवा जननेन्द्रिय से वीर्य नहीं निकलना (वीर्य न होना) है। नपुंसकता के कई कारण होते हैं जैसे किसी व्यक्ति की धातु क्षीण व पतली हो, जरा सा कामुक विचार करने से ही स्खलित हो जाता हो, कुछ लोग कई विशेष दवाओं के दुष्प्रभाव के कारण भी नपुंसक हो जाते हैं। अत्यधिक शराब पीने से तात्कालिक नपुंसकता हो जाती है। संतानोत्पत्ति में विफलता तथा जननेन्द्रिय में उत्तेजना का अभाव नपुंसकता कही जाती है
युवाओं में स्वप्नदोष एक सामान्य समस्या है। यह हर उम्र के पुरुषों में देखने को मिलती है। महीने में दो तीन बार स्वप्नदोष को माना जाता है सामान्य। स्वप्नदोष, ज्यादातर उन पुरुषों में होता जो कि वास्तविक यौन सुख से बंचित होते है और ज्यादा समय तक सेक्स के बारे में ही बिचार करते रहते है स्वप्नदोष एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और रात में स्वप्न के दौरान वीर्यपात या वीर्यस्खलन हो जाता है | यह कुछ स्त्रियों में भी पाया जाता है जिसमें उनकी योनि चिपचिपी और गीली हो जाती है | कभी कभी स्वप्नदोष का होना कोई नुकसान की बात नहीं है लेकिन कुछ जवान पुरुषों में यह अत्यधिक हो जाता है दिनोदिन दुबले होते चले जातें है | ऐसे लोगों को इलाज की आवश्यकता होती है | आप आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करके इसका इलाज आसानी से कर सकते है |
गलत संगत में पड़कर वेश्यागमन करने, अत्यधिक सहवास करने, हस्तमैथुन की आदत का शिकार होने के कारण वीर्य में पतलापन आ जाता है। जिन व्यक्तियों का वीर्य पतला हो तथा जरा सी उत्तेजना में ही वीर्यपात हो जाता हो उनके लिए जामुन काफी लाभदायक है। केला शुक्रवर्धक फल है। इसके नियमित सेवन से वीर्य पुष्ट होता है।
रात को एक लीटर पानी में त्रिफला चूर्ण भिगा दें सुबह मथकर महीन कपड़े से छानकर पी जाएँ। छुहाराः प्रतिदिन दो छुहारे खाने से शीघ्रपतन पर अंकुश लगता है। अनारः प्रतिदिन मीठा अनार खाने से पुरुष जननेन्द्रिय को बल मिलता है। तथा उसकी शक्तियों में अपार वृद्धि होती है। काली तुलसी के पत्ते 10-12 रात में जल के साथ लें। लहसुन की दो कली कुचल कर निगल जाएँ। थोड़ी देर बाद गाजर का रस पिएँ।